दबंगों ने अपनी दबंगई से बन रहे मकान के निर्माण को रोका। पीड़ित के मामले को icda न्यूज़ ने लिया संज्ञान।


एटा-
              उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ की सरकार में लगातार भूमि पर अतिक्रमण अवैध कब्जे जैसे कई मामले लगातार सामने आ रहे हैं लेकिन ऐसे लोगों पर कोई लगाम नहीं लगाई जा रही है जी हां ऐसा ही एक मामला जनपद एटा की कोतवाली देहात के गांव  विरामपुर  जीटी रोड का मामला सामने आया है। जब मौक़े पर पहुंचे icda न्यूज के पत्रकारों ने इस मामले की जानकारी ली तो पीड़ित खचेर सिंह ने बताया कि मैंने बड़ी मुश्किलों से पैसा इकट्ठा करके भूमि को खरीदा था पीड़ित अब उस जगह पर निर्माण करा रहा है और निर्माण के लिए सामग्री इकट्ठी कर
रखी है कि तभी गांव के कुछ अराजक शरारती तत्व निर्माण कार्य में अवरोध पैदा कर रहे हैं ।




आज भूमि पर मजदूरों के द्वारा दीवार निर्माण को लेंटर तक दोनों साइड से दीवार की चिनाई खत्म करने के बाद मजदूर अपना सामान इकट्ठा कर रहे थे कि विपक्षी पार्टी डायल 100और थाना पुलिस को साथ लाकर दीवार के निर्माण को क्षतिग्रस्त किया साथ ही वहां काम करके वापस जा रहे मजदूरों को मारपीट की और खचेर सिंह, रक्षपाल को पुलिस थाने ले गई।
पीड़ित का कहना हैकि प्लाट के तीनों तरफ से नींव प्लाट मालिकों ने भरली है। इसकी कोई आपत्ति नहीं है लेकिन निर्माण हो रहे कार में अवरोध पैदा करने वालों में गांव के ही विजय मधुकर रामप्रकाश रणवीर सिंह मुकेश अनिल संजय कुमार पवन कुमार गिरजा शंकर सुरेश चंद्र विपिन कुमार मुख्तार सिंह आदि लोग एक राश मशविरा कर कार्य में बांधा डाले हुए बल्कि निर्माण को रोकने के लिए किसी भी सक्षम अधिकारी के आदेश नहीं है और पीड़ित खचेर सिंह के पास एसडीएम सदर एटा के आदेश की कॉपी है। वही पर मौजूद पीड़ित का भतीजा मनपाल सिंह ने जन टीवी को बताया कि हमारे प्लॉट पर निर्माण से पहले भूमि की नाप तोल के लिए और राजस्व टीम लेखपाल कानूनगो को मैंने बुलवाया था लेकिन विपक्षी पार्टी और चौकी इंचार्ज मोहम्मद आसिफ अली को बुलाया था लेकिन कोई भी नहीं आया जब विपक्षी पार्टी से मेरे गांव का ही संजय कुमार जब चौकी इंचार्ज को फोन कर दे तभी मुझे परेशान करने चौकी प्रभारी आ जाते हैं और मैं जब फोन करूं तो मेरे फोन पर नहीं आते हैं मानपाल ने चौकी इंचार्ज आसिफ अली पर आरोप लगाया है कि संजय जोकि मार हरा विधानसभा से विधायक वीरेंद्र लोधी के यहां पर काम करता है। और आसिफ अली जो कि अपनी ड्यूटी संजय के यहां करते हैं।
जब टीम ने आरोप लगे आसिफ अली से उनका पक्ष जानना चाहा तो चौकी प्रभारी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए साथ ही पत्रकार को पहचानने से साफ इनकार कर दिया।
पीड़ित ने जिसकी शिकायत मानवाधिकार अध्यक्ष नई दिल्ली, राज्य पुलिस प्रमुख अधिकारी लखनऊ और माननीय योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ से इस मामले में न्याय की गुहार लगाई है अब देखना यह है कि सत्ताधारी विधायक के यहां रह रहे लोग की खुलेआम गुंडागर्दी और दबंगई लगातार बरकरार रहेगी या फिर ऐसे लोगों पर लगाम लगाई जाएगी ।

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